एनसीईआरटी (NCERT) क्या है? – उद्देश्य, इतिहास, कार्य और विद्यार्थियों के लिए महत्त्व
क्या आप जानना चाहते हैं कि NCERT वास्तव में क्या है? क्यों यह भारत के हर विद्यार्थी के लिए सबसे ज़रूरी संस्था है? आइए विस्तार से जानते हैं NCERT का इतिहास, उद्देश्य, कार्य और इसकी पुस्तकों का महत्व।
सामग्री (Table of Contents)
- परिचय
- एनसीईआरटी का इतिहास
- एनसीईआरटी के उद्देश्य
- मुख्य कार्य
- एनसीईआरटी की पुस्तकें
- विद्यार्थियों के लिए महत्त्व
- प्रतियोगी परीक्षाओं में NCERT का योगदान
- निष्कर्ष
परिचय
एनसीईआरटी (NCERT) का पूरा नाम है – राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद। यह भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था है, जिसकी स्थापना देश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, पठन-पाठन सामग्री तैयार करने और शिक्षा नीति को समर्थन देने के लिए की गई थी।
एनसीईआरटी का इतिहास
एनसीईआरटी की स्थापना 1 सितंबर 1961 को हुई थी। यह संस्था नई दिल्ली स्थित है और इसका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान, प्रशिक्षण और विकास करना है। यह सात मौजूदा शैक्षिक संस्थाओं को मिलाकर बनाई गई थी, जिससे पूरे देश में शिक्षा का एकीकृत ढांचा तैयार हो सके।
स्थापना से पहले की मुख्य संस्थाएँ:
- Central Institute of Education
- Central Bureau of Textbook Research
- Central Bureau of Educational and Vocational Guidance
- National Institute of Basic Education
- National Fundamental Education Centre
- Documentation Centre (now NIEPA)
- National Institute of Audio-Visual Education
एनसीईआरटी के उद्देश्य
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा का विकास करना
- पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें और शिक्षण सामग्री तैयार करना
- शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए कार्यक्रम आयोजित करना
- शिक्षा से संबंधित अनुसंधान कार्य करना
- नवाचारों और शिक्षण विधियों को बढ़ावा देना
मुख्य कार्य
एनसीईआरटी के कई महत्वपूर्ण कार्य होते हैं, जैसे:
- विद्यालयी शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें बनाना
- शिक्षकों का प्रशिक्षण और मूल्यांकन
- शैक्षिक सर्वेक्षण एवं मूल्यांकन
- नई शैक्षिक तकनीकों का विकास
- राज्यों को शैक्षिक सहयोग प्रदान करना
एनसीईआरटी की पुस्तकें
एनसीईआरटी की किताबें पूरे भारत में सबसे विश्वसनीय और प्रमाणिक शैक्षिक संसाधन मानी जाती हैं। ये किताबें CBSE, KVS, JNV, और अधिकांश राज्य बोर्डों द्वारा अपनाई जाती हैं।
मुख्य विशेषताएं:
- सरल भाषा और व्यावहारिक उदाहरण
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लिखी गई सामग्री
- शुद्ध तथ्यों पर आधारित जानकारी
- UPSC, SSC, RRB, आदि परीक्षाओं में अत्यधिक उपयोगी
विद्यार्थियों के लिए महत्त्व
एनसीईआरटी की पुस्तकें विद्यार्थियों को केवल परीक्षा पास करने के लिए ही नहीं, बल्कि समझदारी से ज्ञान प्राप्त करने में भी मदद करती हैं। ये किताबें कांसेप्ट क्लियर करने, विषय की गहराई को समझने, और उच्च स्तरीय सोच विकसित करने में सहायक हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं में NCERT का योगदान
UPSC, State PSC, SSC, NDA, CDS जैसी परीक्षाओं की तैयारी में NCERT की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। विशेषकर इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान की NCERT पुस्तकें प्रामाणिक स्रोत मानी जाती हैं।
टॉप Exams जहाँ NCERT ज़रूरी है:
- UPSC Civil Services
- SSC CGL / CHSL
- RPSC / MPPSC / BPSC
- Railway NTPC / Group D
- NDA, CDS, CAPF
निष्कर्ष
एनसीईआरटी न केवल एक संस्था है, बल्कि भारत के शिक्षा तंत्र की रीढ़ है। इसकी पुस्तकें, शोध कार्य और प्रशिक्षण कार्यक्रम देश के शिक्षा क्षेत्र में स्थायित्व और गुणवत्ता लाते हैं। विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों — तीनों के लिए NCERT एक भरोसेमंद साथी है।
पढ़ते रहिए, बढ़ते रहिए – यही है सफलता की कुंजी।
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